‘ भविष्य झाँकने का एक प्रयास ’
“ कृपया अपने जीवन मे सही मार्गदर्शन प्राप्त करने हेतु हस्तलिखित सम्पूर्ण जन्म कुंडली का निर्माण अवश्य करायेँ “
शिक्षा . खेल . मनोरंजन . विज्ञान . व्यापार . पर्यावरण . राजनीति . आर्थिक . शेयर मार्केट . स्वास्थ्य . सेलेब्रिटी . धर्म
ग्रह एक ग्रह दुसरे ग्रह से दूर रहते हुये भी परस्पर एक दुसरे से संबधित हैं, और ये सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं, यही नहीं अपितु इन ग्रहों के भ्रमण से ही वायुमंडल मं् परिवर्तन आता है अतः इनके प्रभाव के फलस्वरूप ही ऋतू और मास में अंतर बन पाता है प्रत्येक ग्रह अपने आप में आकर्षण लिए हुए हैं और प्रत्येक ग्रह की अपने आप में अलग अलग चुम्बकीय शक्ति होती है और इसी चुम्बकीय शक्ति द्वारा प्रत्येक ग्रह एक दुसरे को अपनी ओर आकर्षित करते हैं हमारे सौर मंडल में जितने भी ग्रह हैं उन सभी ग्रहों की रश्मियाँ पृथ्वी पर पड़ती है और उन रश्मियों के द्वारा ग्रहों का प्रभाव पृथ्वी की हर वस्तु ,जीव एवं मानव पर पड़ता है साथ ही साथ मानव का जीवन और क्रिया कलाप उसी प्रकार से बन जाता है जिस प्रकार से ग्रह की स्थिति और उसकी प्रकृति होती है आइये जानने का प्रयास करते हैं हमारे सौरमंडल के ग्रहों की प्रकृति के बारे में : -