‘ भविष्य झाँकने का एक प्रयास ’
दान ( ? )“ कृपया अपने जीवन मे सही मार्गदर्शन प्राप्त करने हेतु हस्तलिखित सम्पूर्ण जन्म कुंडली का निर्माण अवश्य करायेँ “
शिक्षा . खेल . मनोरंजन . विज्ञान . व्यापार . पर्यावरण . राजनीति . शेयर मार्केट . स्वास्थ्य . सेलेब्रिटी. धर्म
सूर्य ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से रविपुष्य योग के दिन उस पर सूर्ययंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
चन्द्र ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से अमृतसिद्धि योग के दिन उस पर चन्द्रयंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
मंगल ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से सर्वार्थसिद्धि योग के दिन उस पर मंगलयंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
राहू ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से अमृतसिद्धि योग के दिन उस पर राहूयंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
बृहस्पति ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से गुरुपुष्य योग के दिन उस पर बृहस्पतियंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
शनि ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से अमृतसिद्धि योग के दिन उस पर शनियंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
बुध ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से रविपुष्य योग के दिन उस पर बुधयंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त है ।
केतु ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से अमृतसिद्धि योग के दिन उस पर केतुयंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।
शुक्र ग्रह कष्ट निवारण हेतु :
भोज पत्र पर केसर द्वारा चमेली की कलम से सर्वार्थसिद्धि योग के दिन उस पर शुक्रयंत्र अंकित कर उसे प्राणप्रतिष्ठा युक्त करके चांदी या सोने की तावीज़ में रखकर बाजूबंद अथवा गले में धारण करने से कष्ट मुक्त होना संभव है ।