‘ भविष्य झाँकने का एक प्रयास ’
“ कृपया अपने जीवन मे सही मार्गदर्शन प्राप्त करने हेतु हस्तलिखित सम्पूर्ण जन्म कुंडली का निर्माण अवश्य करायेँ “
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नीलम रत्न :
* नीलम को हीरे के बाद दूसरा सबसे सुंदर रत्न माना जाता है। कहा जाता है कि यह रत्न रंक को राजा और राजा को रंक बना सकता है।
* नीलम के बारे में मान्यता है कि जब इस रत्न को दूध में डाला जाए तो दूध भी नीला रंग धारण कर लेता है।
* कहा जाता है कि नीलम शुभ साबित हो तो मनुष्य के जीवन में खुशियों की बहार ला देता है। लेकिन अशुभ स्थिति में यह मनुष्य के लिए बहुत अहितकारी साबित होत
* नीलम को शनि ग्रह के दोष निवारण हेतु धारण किया जाता है।
* मकर तथा कुंभ राशि के व्यक्ति के लिए नीलम धारण लाभकारी साबित होता है। साथ ही जिन लोगों को शनि साड़ेसाती के प्रभावों से परेशानी हो रही हो उन्हें भी नीलम धारण करना चाहिए ।
* नीलम धारण करने से राजनीति संबंधित कार्य अथवा समाज सेवा कार्य से जुड़े व्यक्तियों को लाभ मिलता है ऐसा माना जाता है। साथ ही चर्म रोग एवं हड्डी संबंधित रोग में भी लाभ पंहुचाता होता है । कार्य में विलम्ब जैसे समस्या से भी निजात दिलाता है ।
* नीलम शनिवार के दिन शनि ग्रह के मंत्रों का जाप करते हुए सूर्यास्त से पहले माध्यमा में अंगूठी के रूप में धारण करना चाहिए । नीलम धारण करते समय कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति के बारे में भी विचार कर लेना चाहिए । यह तत्काल परिणाम देने वाला रत्न है ।